मंदिर एक ऐसा स्थान है, जहां सामान्यत: सभी लोग अपनी-अपनी मनोकामनाओं को पूरी कराने के उद्देश्य से जाते हैं। भगवान की भक्ति के लिए मंदिर से अच्छा दूसरा कोई स्थान नहीं है। मंदिर का वातावरण भी मन को लुभाने वाला होता है, मन को शांति मिलती है। इन्हीं बातों की वजह से सभी मंदिर जाने की इच्छा रखते हैं लेकिन कुछ लोग समय अभाव या अन्य किसी कारण से मंदिर नहीं जा पाते। ऐसे में वास्तु के अनुसार घर में मंदिर बनवाएं। यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन भगवान के दर्शन करने नहीं जा पाता है तो ऐसे में जहां भी किसी मंदिर का शिखर दिखाई दे वहां से भगवान को याद करके शिखर दर्शन कर लेना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार मंदिर के शिखर दर्शन को भी भगवान के दर्शन के बराबर ही पुण्य देने वाला बताया गया है। मंदिर के शिखर का भी उतना ही महत्व है जितना भगवान की प्रतिमा या मूर्ति का होता है। शास्त्रों में कहा गया है कि शिखर दर्शनम् पाप नाशम्। अर्थात शिखर के दर्शन करने से भी हमारे सभी पापों का नाश हो जाता है। अगर शिखर दर्शन करने का भी समय नहीं मिलता है तो वास्तु के अनुसार बताए गए नियमों के आधार पर घर में मंदिर बनवाएं।प्रतिदिन विधि-विधान से पूजन करें। जो पुण्य मंदिर जाने से मिलता है वहीं पुण्य घर पर विधि-विधान से किए गए पूजन से भी प्राप्त हो जाता है।।
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