Any person can get spiritual counseling for leading a spiritual way of life. Beginners can Take Guru Mantar Deksha .Send us Emale For Guru Mantar Deksha /Sadhna procedure . chaudhary21@airtelmail.in
इलायची को मसालों की रानी माना जाता है। भारत इस मसाले का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है। इलायची का मूल स्थान दक्षिण भारत में पश्चिमी घाट हैं। भारत में इलायची की खेती मुख्यत: तीन राज्यों केरल, कर्नाटक और तमिलनाडू में केन्द्रित है। इलायची सिर्फ एक मसाला ही नहीं है बल्कि एक बढ़िया औषधि भी है। आइए जानते हैं इलायची के कुछ औषधीय गुण..
बदहजमी - यदि केले अधिक मात्रा में खा लिए हों तो तत्काल एक इलायची खा लें। केले पच जाएँगे और आपको हल्कापन महसूस होगा।
खांसी- सर्दी-खांसी और छींक होने पर एक छोटी इलायची, एक टुकड़ा अदरक, लौंग तथा पाँच तुलसी के पत्ते एक साथ पान में रखकर खाएं।
छाले- मुँह में छाले हो जाने पर बड़ी इलायची को महीन पीसकर उसमें पीसी हुई मिश्री मिलाकर जबान पर रखें। तुरंत लाभ होगा।
जी मिचलाना- बहुतों को यात्रा के दौरान बस में बैठने पर चक्कर आते हैं या जी घबराता है। इससे निजात पाने के लिए एक छोटी इलायची मुँह में रख लें।
खराश- यदि आवाज बैठी हुई है या गले में खराश है तो सुबह उठते समय और रात को सोते समय छोटी इलायची चबा-चबाकर खाएं तथा गुनगुना पानी पीएं।
सूजन- यदि गले में सूजन आ गई हो तो मूली के पानी में छोटी इलायची पीसकर सेवन करने से लाभ होता है।
उल्टियां-बड़ी इलायची पाँच ग्राम लेकर आधा लीटर पानी में उबाल लें। जब पानी एक-चौथाई रह जाए तो उतार लें। यह पानी उल्टियां रोकने में कारगर सिद्ध होता है।
इलायची को मसालों की रानी माना जाता है। भारत इस मसाले का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है। इलायची का मूल स्थान दक्षिण भारत में पश्चिमी घाट हैं। भारत में इलायची की खेती मुख्यत: तीन राज्यों केरल, कर्नाटक और तमिलनाडू में केन्द्रित है। इलायची सिर्फ एक मसाला ही नहीं है बल्कि एक बढ़िया औषधि भी है। आइए जानते हैं इलायची के कुछ औषधीय गुण..
बदहजमी - यदि केले अधिक मात्रा में खा लिए हों तो तत्काल एक इलायची खा लें। केले पच जाएँगे और आपको हल्कापन महसूस होगा।
खांसी- सर्दी-खांसी और छींक होने पर एक छोटी इलायची, एक टुकड़ा अदरक, लौंग तथा पाँच तुलसी के पत्ते एक साथ पान में रखकर खाएं।
छाले- मुँह में छाले हो जाने पर बड़ी इलायची को महीन पीसकर उसमें पीसी हुई मिश्री मिलाकर जबान पर रखें। तुरंत लाभ होगा।
जी मिचलाना- बहुतों को यात्रा के दौरान बस में बैठने पर चक्कर आते हैं या जी घबराता है। इससे निजात पाने के लिए एक छोटी इलायची मुँह में रख लें।
खराश- यदि आवाज बैठी हुई है या गले में खराश है तो सुबह उठते समय और रात को सोते समय छोटी इलायची चबा-चबाकर खाएं तथा गुनगुना पानी पीएं।
सूजन- यदि गले में सूजन आ गई हो तो मूली के पानी में छोटी इलायची पीसकर सेवन करने से लाभ होता है।
उल्टियां-बड़ी इलायची पाँच ग्राम लेकर आधा लीटर पानी में उबाल लें। जब पानी एक-चौथाई रह जाए तो उतार लें। यह पानी उल्टियां रोकने में कारगर सिद्ध होता है।
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