Thursday, May 3, 2012

जूते-चप्पल चोरी होना या गुम होना बहुत अच्छी बात है, क्योंकि...

हम ऐसा कभी भी नहीं चाहते हैं कि हमारी कोई चीज चोरी या गुम हो जाए। किसी भी प्रकार की चोरी को अशुभ माना जाता है लेकिन ज्योतिष के अनुसार जूते-चप्पल चोरी होना शुभ माना गया है। और अगर शनिवार के दिन ऐसा होता है तो इससे शनि के दोषों में राहत मिलती है। वैसे तो चोरी होना आपके धन की हानि को दर्शाता है लेकिन जूते-चप्पल की चोरी को शुभ माना जाता है। खासतौर पर यदि शनिवार के दिन चमड़े के जूते चोरी होते हैं तो इसे बहुत अच्छा समझना चाहिए। जो लोग जूते-चप्पल चोरी होने के ज्योतिषीय लाभ जानते हैं वे शनि मंदिरों में जूते-चप्पल स्वयं छोड़ आते हैं। आखिर शनिवार को जूते चोरी हो जाने से क्या लाभ होता है? ऐसा क्यों माना जाता है कि चमड़े के जूते चोरी हो जाएं तो सारी परेशानी उसके साथ चली जाती हैं? वास्तव में यह मान्यता ज्योतिषीय आधार पर प्रचलित है। ज्योतिष शास्त्र में शनि को क्रूर और कठोर ग्रह माना गया है। शनि जब किसी व्यक्ति को विपरित फल देता है तो उससे कड़ी मेहनत करवाता है और नाम मात्र का प्रतिफल प्रदान करता है। जिन लोगों की कुंडली में साढ़ेसाती या ढैय्या हो, या जिसकी राशि में शनि अच्छे स्थान पर न हो, उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शनिवार शनि का दिन माना जाता है। हमारे शरीर के अंग भी ग्रहों से प्रभावित होते हैं। त्वचा (चमड़ी) और पैरों में शनि का वास माना गया है। पैर और त्वचा से संबंधित चीजें शनि के निमित्त दान की जाए तो कई शुभ फल प्राप्त होते हैं और पैर तथा त्वचा से संबंधित बीमारियों में भी राहत मिलती है। हमारी त्वचा और पैर का कारक ग्रह शनि है। अत: चमड़े के जूते अगर शनिवार को चोरी होते हैं तो मानना चाहिए कि हमारी परेशानी कम हो जाएगी। शनि अब ज्यादा परेशान नहीं करेगा। शनिवार को शनि मंदिरों में जूते भी छोडऩे से शनि के कष्ट कम हो जाते हैं।

1 comment:

Anonymous said...

Hello. And Bye.