शिव का ही साकार रूप शंकर के रूप में वंदनीय है। शंकर शब्द में 'शं' का मतलब है कल्याण या शमन, शांति और 'कर' यानी करने वाला। इस तरह शिवशंकर के रूप में सभी कल्याणकारी शक्तियों के स्वामी होने से ही शास्त्रों में शिव को ही महादेव या परब्रह्म पुकारा गया है, जो सारे दु:खों को हर अपार सुख देते हैं।
सांसारिक जीवन में धन, सेहत या संतान का अभाव भी ऐसे ही दु:खों में शामिल है। सोमवार को शिव की उपासना धन व स्वास्थ्य लाभ के साथ संतान सुख के लिए भी विशेष मंगलकारी मानी गई है। इसके लिए शिव के 7 विशेष मंत्रो का स्मरण शिवलिंग पूजा के साथ कामनासिद्धि करने वाला माना गया है। जानें यह 7 विशेष सरल शिव मंत्र व पूजा उपाय -
- सोमवार को किसी तीर्थ या नदी के किनारे की मिट्टी लाकर 7 शिवलिंग बनाएं। सातों शिवलिंगों का दूध, दही, शहद, शक्कर व घी से बने पंचामृत से अभिषेक करें। चंदन, अक्षत, बिल्वपत्र, फूल और मिठाई का भोग लगाकर नीचे लिखे सरल मंत्रों से धन, स्वास्थ्य या संतान सुख की कामना करें-
ऊँ नमो हराय
ऊँ नमो महेशाय
ऊँ नम: शूलपाणये
ऊँ नम: पिनाकिने
ऊँ नम: पशुपतये
ऊँ नम: शिवाय
ऊँ नमो महादेवाय
- मंत्र स्मरण के बाद शिव की धूप, दीप व कर्पूर आरती करें। पार्थिव शिवलिंगों को तीर्थ जल में विसर्जित करें। पंचामृत व प्रसाद ग्रहण करें। तीर्थजल से घर को पवित्र करें।
सांसारिक जीवन में धन, सेहत या संतान का अभाव भी ऐसे ही दु:खों में शामिल है। सोमवार को शिव की उपासना धन व स्वास्थ्य लाभ के साथ संतान सुख के लिए भी विशेष मंगलकारी मानी गई है। इसके लिए शिव के 7 विशेष मंत्रो का स्मरण शिवलिंग पूजा के साथ कामनासिद्धि करने वाला माना गया है। जानें यह 7 विशेष सरल शिव मंत्र व पूजा उपाय -
- सोमवार को किसी तीर्थ या नदी के किनारे की मिट्टी लाकर 7 शिवलिंग बनाएं। सातों शिवलिंगों का दूध, दही, शहद, शक्कर व घी से बने पंचामृत से अभिषेक करें। चंदन, अक्षत, बिल्वपत्र, फूल और मिठाई का भोग लगाकर नीचे लिखे सरल मंत्रों से धन, स्वास्थ्य या संतान सुख की कामना करें-
ऊँ नमो हराय
ऊँ नमो महेशाय
ऊँ नम: शूलपाणये
ऊँ नम: पिनाकिने
ऊँ नम: पशुपतये
ऊँ नम: शिवाय
ऊँ नमो महादेवाय
- मंत्र स्मरण के बाद शिव की धूप, दीप व कर्पूर आरती करें। पार्थिव शिवलिंगों को तीर्थ जल में विसर्जित करें। पंचामृत व प्रसाद ग्रहण करें। तीर्थजल से घर को पवित्र करें।
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